Diwali 2022, इस वर्ष कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर 2022 को सांय 5:27 से प्रारंभ होकर दूसरे दिन सांय काल 4:17 तक व्याप्त रहेगी l
24 अक्टूबर 2022 को दीपावली का पर्व स्वाति नक्षत्र, आयुष्मान योग से संयुक्त प्राप्त हो रहा है साथ ही प्रदोष काल और निशीथ काल एवं महा निशीथ काल व्यापिनी होने से अमावस्या प्रशस्त और पुण्य दायक फल देने में समर्थ रहेगी l
निर्णय सिंधु के अनुसार मध्यान्ह या अपराहन के समय में व्याप्त कार्तिकी अमावस्या हो तो पित्र कार्य को करें और प्रदोष काल में व्याप्त हो तो धन की देवी महालक्ष्मी का पूजन अर्थात दीपोत्सव करके खुशी मनाएं तो वर्ष मध्य अपार धन समृद्धि प्राप्त होती है l
ज्योतिष राजकुमार नारायण के अनुसार इस वर्ष 24 अक्टूबर सन 2022 वार सोमवार में प्रदोष और निशीथ काल व्यापिनी कार्तिक की अमावस्या होने से दीपावली का पर्व 24 अक्टूबर को मनाना शास्त्र सम्मत होगा l
दीपावली पूजन का शुभ लगन-
1. वृश्चिक लग्न सुबह 8:12 से 10:29 तक विद्यमान रहेगा l
2. कुंभ लग्न दोपहर 2:17 से शाम 3:44 तक विद्यमान रहेगा l
3. वृषभ लग्न शाम को 6:45 से 8:39 तक विद्यमान रहेगा l
5. सिंह लग्न मध्य रात्रि 1:14 से 3:32 तक विद्यमान रहेगा l
उपरोक्त सभी स्थिर लग्न हैं l अतः स्थिर लग्न में मां भगवती लक्ष्मी का पूजन करने से मां लक्ष्मी का वास चिरकाल तक स्थाई रहता है अतः अपने कार्य व्यवसाय या घर आदि में स्थिर लग्न अथवा शुभ चौघड़िया में पूजन करना सर्वश्रेष्ठ रहेगा l
घर में दीपावली पूजन का सर्वश्रेष्ठ समय वृषभ लग्न माना गया है l यह समय शाम को 6:45 से रात्रि 8:39 तक विद्यमान रहेगा l इसलिए वृषभ लग्न में घर में पूजन करना सर्वोत्तम कालखंड है क्योंकि इस समय प्रदोष काल भी व्याप्त रहेगा l
दिन की चौघड़िया-
सुबह 9:27 से 10:50 तक शुभ की चौघड़िया रहेगी तथा दोपहर 1:36 से 2:58 तक 4:00 के चौघड़िया विद्यमान रहेगी तथा 2:58 से शाम को 4:20 तक लाभ की चौघड़िया विद्यमान रहेगी एवं शाम को 4:20 से 5:43 तक अमृत की चौघड़िया विद्यमान रहेगी l
इन चौघड़िया में भी दीपावली का पूजन करना शुभ फलदायक एवं समृद्धिशाली होता है l प्रदोष काल का समय शाम 5:43 से 8:19 तक विद्यमान रहेगा तथा निशीथ काल रात्रि 8:19 से 10:55 तक विद्यमान रहेगा l
ज्योतिष राजकुमार नारायण