S Rajalingam Varanasi DM बने हैं। वाराणसी में आगामी 17 नवंबर से शुरू होकर अगले एक माह तक चलने वाले काशी तमिल समागम (Kashi Tamil Samagam) से पहले वाराणसी जिले में तमिलनाडु मूल के युवा प्रशासनिक अधिकारी राजालिंगम (IAS Officer S Rajalingam ) की नियुक्ति काफी अहम मानी जा रही है।
उत्तर प्रदेश शासन द्वारा शुक्रवार को जिन 6 IAS अधिकरियों का तबादला किया इनमें वाराणसी के नए जिलाधिकारी की नियुक्ति सुर्खियों में रही। इस तबादले के दौरान ही पिछले कई दिनों से रिक्त चल रहे वाराणसी जिलाधिकारी का पद भरा गया। युवा आईएएस अधिकारी राजालिंगम को वाराणसी का डीएम नियुक्त किया गया है। IAS एस राजलिंगम कुशीनगर में जिलाधिकारी के पद पर तैनात थे।
बता दें कि वाराणसी के पूर्व जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा को शासन की तरफ से वाराणसी मंडल का मंडलायुक्त नियुक्त किया गया था। इसके बाद वाराणसी के जिलाधिकारी का पद रिक्त था। हालांकि, कौशल राज शर्मा डीएम का अतरिक्त कार्यभार भी संभाल रहे थे।
2009 बैच के आइएएस अधिकारी एस. राजलिंगम मूल रूप से तमिलनाडु के तेनकाशी जिले के निवासी हैं। एनआईटी त्रिचरापल्ली से सिविल सर्विस में आने के बाद उनकी प्रथम नियुक्ति बांदा जनपद में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर हुई थी। उसके बाद मुख्य विकास अधिकारी के रूप में देवरिया और डीएम के रूप में जनपद औरैया, सुल्तानपुर, एवं सोनभद्र में तैनात रहे।
उत्तर प्रदेश शासन में दुग्ध विकास विभाग, वाणिज्य कर विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग, नगर विकास तथा आयुक्त नगर निगम अयोध्या के पदों पर तैनात रहे राजालिंगम पहली बार वाराणसी में डीएम के पद पर तैनात हुए हैं। कमिश्नर कौशलराज शर्मा के बाद उनका कार्यकाल पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र होने के कारण भी चर्चा में रहेगा।