Bihar में एक बार फिर से नौकरी मांगने वाले अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा आयोजित 67वीं परीक्षा में धांधली को लेकर अभ्यर्थी पटना के राजभवन चौराहे पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, जिन पर पुलिस ने लाठियां बरसाई हैं। शांति और कानून व्यवस्था बहाल रखने की बात कहते हुए पुलिस ने विरोध कर रहे अभ्यर्थियों को दूर खदेड़ दिया है। मौके पर भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया है। लाठीचार्ज में किसी के चोटिल होने की खबर नहीं आई है। BPSC के सभी दरवाजों पर भी पुलिस तैनाती बढ़ा दी गई है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छात्र नेता दिलीप कुमार को मुलाकात के लिए बुलाया है। राजभवन चौराहे के अलावा BPSC गेट पर भी हजारों छात्र जुटे हुए हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आयोग के कार्यालय पर पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अभ्यर्थी आयोग के अध्यक्ष को हटाने समेत अपनी कई मांगो पर अड़े हुए हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग द्वारा कराई गई 67 वीं प्रारंभिक परीक्षा में व्यापक स्तर पर धांधली कि गई है साथ ही साथ घूसखोरी भी की गई है।
विरोध कर रहे अभ्यर्थियों ने मांग की है कि जिन 9 प्रश्नों के उत्तर बदले गए हैं उसके बदले कट ऑफ घटाकर रिजल्ट दिया जाए। अभ्यर्थियों ने सरकार से मांग की है कि एक्सपर्ट पैनल बनाकर प्रश्न और उत्तर की जांच की जाए।आक्रोशित अभ्यर्थियों ने सरकार से मांग की है BPSC के अध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए। BPSC छात्र संघ और छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा है कि बिहार सरकार जबतक अभ्यर्थियों की मांग मान नहीं लेती है तबतक नीतीश कुमार से मिलने नहीं जाएंगे।
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आयोग के चेयरमैन अतुल प्रसाद पहले ही साफ कर चुके हैं कि अब तक जिन छात्रों को पीटी परीक्षा में पास घोषित किया जा चुका है उनके रिजल्ट से कोई छेड़छाड़ नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि आयोग नौ प्रश्नों के बदले कटऑफ घटा कर और रिजल्ट देने के पक्ष में नहीं है। बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 8 मई को हुई थी लेकिन पेपर लीक के चलते परीक्षा रद्द कर दी गई थी। कई नए नियमों के साथ 30 सितंबर को फिर से परीक्षा ली गई। हाई कट ऑफ और कई आंसर को बदलने पर विवाद के चलते आक्रोशित छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।