समाजवादी पार्टी के प्रमुख Akhilesh Yadav मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के लिए जारी चुनाव प्रचार में पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं. इस बाबत वे मैनपुरी में हर तीन से चार किलोमीटर की दूरी पर छोटी-छोटी जनसभा संबोधित कर रहे हैं. यह सीट इस साल की शुरुआत में उनके पिता मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई है. अखिलेश यादव की पत्नी पूर्व लोकसभा सांसद डिंपल यादव पार्टी की उम्मीदवार हैं.
अखिलेश के लंबे काफिले ने जैसे ही मैनपुरी के पास एक राज्य राजमार्ग के माध्यम से अपना रास्ता बनाया, पार्टी समर्थकों का समूह मालाओं और नेताजी के चित्रों के साथ खड़े हो गए. समर्थकों ने मुलायम सिंह यादव का नारा लगाया ताकि वे उनके बेटे का ध्यान आकर्षित कर सकें.
बैठक के बाद यादव ने अपने पिता को याद किया और ‘नेताजी’ के नाम पर वोट मांगा. उन्होंने कहा, “यह नेताजी का घर है, उनका क्षेत्र है. मैनपुरी के लोगों ने नेताजी को वह बनाया जो वह थे. मुझे यकीन है कि यहां प्रत्येक वोट नेताजी के नाम पर होगा.”
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यह पूछे जाने पर कि क्या यह चुनाव समाजवादी पार्टी प्रमुख के रूप में उनके लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई है, तो यादव ने जवाब नहीं दिया. मालूम हो कि पार्टी आजमगढ़ में हालिया उपचुनाव हार गई, जिस सीट को उन्होंने खाली किया था. पार्टी बीजेपी से हार गई. भोजपुरी फिल्म स्टार दिनेश लाल यादव ने अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को हराया, जो समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार थे. अखिलेश यादव ने एक बार भी इस सीट पर प्रचार नहीं किया.