Iran में पुलिस हिरासत में 22 साल की महिला महसा अमीनी की मौत के करीब पांच हफ्ते बाद भी देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन जारी है। यहां तक की बुधवार को पूरे देश में इंटरनेट सेवा ठप करनी पड़ी थी। महसा अमीनी की मौत को लेकर बड़े पैमाने पर जारी प्रदर्शन देश में 2009 में हुए ‘ग्रीन मूवमेंट’ प्रदर्शन के बाद से ईरान के धर्मतंत्र के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरा है।
अमीनी की मौत के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों में तेल कर्मचारी, स्कूलों के विद्यार्थी और महिलाएं शामिल हैं, जो बिना हिजाब के मार्च कर रही हैं। ईरान में महिलाओं के लिए हिजाब पहनना अनिवार्य है।
शनिवार को ईरान में तेहरान के शरीयती टेक्निकल एंड वोकेशनल कॉलेज में बिना हिजाब के प्रदर्शन कर रही महिलाओं को गन, टैंक और ‘मुल्लाओं भाग जाओ’ जैसा नारा लगाते हुए देखा गया है। नारेबाजी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है। न्यूज एजेंसी एएफपी की ओर से जारी फुटेज में बताया गया है कि तेहरान के पश्चिम में स्थित हमदान शहर में एक ऐतिहासिक गोल चक्कर के पार भारी संख्या में मौजूद प्रदर्शनकारियों ने नारा लगाया और सुरक्षाबलों पर चीजें फेंकी।
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ईरान की राजधानी तेहरान स्थित कुख्यात जेल में भीषण आग लगने से चार कैदियों की धुएं के कारण दम घुटने से मौत हो गई, जबकि 61 कैदी घायल हुए हैं। इस जेल में राजनीतिक कैदियों और सरकार विरोधी कार्यकर्ताओं को रखा गया है। देश की न्यायपालिका ने रविवार को यह जानकारी दी।