Diwali का त्योहार खुशियों वाला होता है। इस दौरान चारों ओर सजी लाइटें, फूल रौनक बढ़ा देते हैं। हालांकि, इन दिनों बढ़ता प्रदूषण परेशानी बन गया है। ऐसे में सेहत को लेकर सावधानी बरतना बेहद जरूरी है, खासकर प्रेग्नेंट महिलाओं को। प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव हो रहे होते हैं। इसमें आपको डायट, रूटीन आदि को लेकर विशेष सावधानियां बरतने की जरूरत होती है। दिवाली पर परेशानियों से बचने के लिए प्रेग्नेंट महिलाएं इन टिप्स को अपना सकती हैं।
हेल्दी खाना खाएं
दिवाली के दौरान बीच-बीच में स्नैक्स और मिठाइयां खाना काफी कॉमन होता है। ऐसे में दुकानों पर बनी मिठाइयों में मिलावट की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे हेल्थ संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो अपने खान-पान का खास ख्याल रखें। नमक और शक्कर कम मात्रा में खाएं। डिहाईड्रेशन को रोकने और टॉक्सिन को बाहर निकालने के लिए खूब पानी पिएं।
बहुत हैवी कपड़े पहनने से बचें
पूजा के दौरान, महिलाएं हैवी ट्रैडिशनल कपड़े पहनना पसंद करती हैं। यह हड्डियों पर दबाव डाल सकता है और दर्द का कारण बन सकता है। गर्भवती महिलाएं पहले से ही कई दर्द से पीड़ित हैं, इसलिए हैवी ट्रेडिशनल ड्रेस के बजाय ट्रेंडी कॉटन के कपड़े पहनें। यह स्किन की जलन को रोकता है और पहनने में आरामदायक होता है।
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बहुत हैवी कपड़े पहनने से बचें
पूजा के दौरान, महिलाएं हैवी ट्रैडिशनल कपड़े पहनना पसंद करती हैं। यह हड्डियों पर दबाव डाल सकता है और दर्द का कारण बन सकता है। गर्भवती महिलाएं पहले से ही कई दर्द से पीड़ित हैं, इसलिए हैवी ट्रेडिशनल ड्रेस के बजाय ट्रेंडी कॉटन के कपड़े पहनें। यह स्किन की जलन को रोकता है और पहनने में आरामदायक होता है।
तेज आवाज से रहे दूर
प्रेग्नेंट महिलाएं सेंसिटिव होती हैं। ऐसे में तेज आवाज आसानी से ईयरड्रम को नुकसान पहुंचा सकती है। आपको अचानक लगने वाले झटके से आपके अंदर का बच्चा भी प्रभावित हो जाता है। इसलिए इन तेज आवाजों से बचने के लिए घर के अंदर रहें या इयरप्लग का इस्तेमाल करें।
प्रदूषण से बचें
प्रेग्नेंसी के दौरान ऑक्सीजन की क्षमता कम हो जाती है। वही साल के इस समय में आपके आस-पास की हवा ज्यादा प्रदूषित होती है, इसलिए यह बच्चे के लिए समस्याएं पैदा कर सकती है। ऐसे में आप एक अच्छी तरह हवादार जगह पर रहें और प्रदूषण से दूर रहें। कम से कम 2 से 3 दिन तक अंदर ही रहें। अगर आपको बाहर जाना है तो अच्छी क्वालिटी के मास्क का इस्तेमाल करें। अगर धुएं के कारण सांस फूलना, चक्कर आना, सिरदर्द या जी मिचलाना हो तो अपने डॉक्टर से तुरंत सलाह लें।