चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में हाजिरी पूरी न करने पर 5-6 छात्रों ने मिलकर एक प्रोफेसर पर डंडों से हमला कर हाथ और पैर की हड्डी तोड़ डाली, यह घटना17 मई की शाम 4:30 बजे मोहाली की है. प्रोफेसर का नाम इरशाद मलिक है जो कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत थे. इस हालत के बाद उनकी हालत गंभीर बनी हुई है उन्हे अभी जीएमसीएच-32 में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. इस घटना में आरोपी पुनीत यादव के साथ उसके 5-6 साथी शामिल थे. जिनके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. ताजा जानकारी के अनुसार पुलिस ने इस मामले में पुनीत यादव और अरलिल को गिरफ्तार कर लिया है.
बताया जा रहा है कि ओमेगा सिटी खरड़ में रहने वाले प्रो. इरशाद मलिक पिछले 10 साल से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में सिविल इंजीनियरिंग विभाग में पर तैनात हैं. इरशाद मलिक की कक्षा में पढ़ने वाला छात्र पुनीत यादव अपनी हाजिरी पूरी करवाने के लिए कई दिनों से दबाव डाल रहा था लेकिन प्रोफेसर ने यूनिवर्सिटी के नियमों के खिलाफ बताते हुए यह करने से मना कर दिया है. 17 मई को इरशाद मलिक यूनिवर्सिटी से छुट्टी के बाद अपने साथी अमनप्रीत तांगड़ी के साथ उनकी कार से घर लौटे और पैदल अपने फ्लैट की ओर जाने लगे तभी 5-6 युवकों ने घेर लिया. इन युवकों ने उन पर हमला कर दिया इस दौरान उन्होंने अपने हाथों में डंडा ले रखा था और कपड़े से मुंह ढक रखा था.
हमलावर पुनीत यादव को इरशाद मलिक ने पहचान लिया, पुनीत यादव ने डंडे से इरशाद मलिक के सिर पर वार किया जिसे बचाने के लिए उन्होंने अपना हाथ आगे कर दिया. हमले में इरशाद मलिक की बाएं हाथ और दाएं टांग की हड्डी टूट गई और शरीर के अन्य हिस्सों पर गंभीर चोटे आई हैं।
इसी बीच इरशाद मलिक ने जान बचाने के लिए शोर मचाया, जिसे सुनकर सड़क से गुजर रहे लोग इकट्ठे हो गए.