सदियों पहले समुद्र में डूबे टाइटैनिक जहाज के मलबे को देखने गए सभी पांच यात्रियों की मौत हो गई है। जिस पनडुब्बी पर सवार होकर ये लोग टाइटैनिक देखने गए थे उसका नाम ‘टाइटन’ था। यह पर्यटक पनडुब्बी समुद्र में उतरने के कुछ ही घंटों में लापता हो गई। लापता पनडुब्बी के चार दिन चले तलाश अभियान का एक दुखद अंत हुआ। खबरों ने पुष्टि की है कि पनडुब्बी में ‘‘विनाशकारी विस्फोट’’ हुआ, जिसके कारण इसमें सवार सभी पांचों यात्रियों की तत्काल मौत हो गई।
यहां पर ये जानना बेहद महत्वपूर्ण है कि आखिर पानी के इतने नीचे बिना इंसान के गए मलबे की खोज कैसे की गई? दरअसल मलबे की खोज एक रोबोट के जरिए की गई। यह रोबोट फ्रांस का है जिसे फिलहाल दुनिया में सबसे शक्तिशाली समुद्री मशीन माना जाता है। यह फ्रांसीसी रोबोट पानी के भीतर 20,000 फीट (6,000 मीटर) तक गोता लगा सकता है। पर्यटक पनडुब्बी को खोजने में मदद करने के लिए इसी रोबोट को समुद्री तल पर भेजा गया था।
कितना खास है विक्टर 6000
मानव रहित इस रोबोट को दुनिया विक्टर 6000 के नाम से जानती है। यह रोबोट उत्तरी अटलांटिक में मौके पर मौजूद अन्य उपकरणों की तुलना में अधिक गहराई तक गोता लगा सकता है और इसमें ऐसे हथियार लगे हैं जिन्हें केबल काटने या फंसे हुए जहाज को छुड़ाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इस रोबोट को दूर से कंट्रोल किया जा सकता है और इससे पानी के अंदर कई कारगर काम कराए जा सकते हैं।
रोबोट को फ्रांसीसी रिसर्च जहाज के जरिए वहां उतारा गया था। रोबोट का संचालन करने वाले सरकारी फ्रांसीसी महासागर अनुसंधान संस्थान इफ्रेमर में नौसेना संचालन के प्रमुख ओलिवियर लेफोर्ट ने कहा, “विक्टर अपने आप पनडुब्बी को ऊपर उठाने में सक्षम नहीं है।” लेकिन उन्होंने रॉयटर्स को बताया कि रोबोट टाइटन नामक 10 टन वजनी पनडुब्बी को सतह पर उठाने की क्षमता वाले जहाज से जोड़ने में मदद कर सकता है।