नेता जी के निधन के बाद पूरा मुलायम कुनबा सैफई में एकजुट नजर आ रहा है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रसपा प्रमुख चाचा Shivpal Yadav साथ-साथ दिख रहे हैं चाहे वह शुद्धिकरण का मौका हो या अस्थि विसर्जन का। ऐसे में पिछलों कई दिनों से यूपी के सियासी गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गईं। लोग सवाल करने लगे कि क्या ये साथ सैफई तक ही है या लखनऊ में भी साथ होंगे।
वहीं राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो शिवपाल मुलायम और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच सेतु का काम करते रहे हैं। इसलिए मुलायम के बाद पुराने कार्यकर्ताओं में शिवपाल की अच्छी पैठ है। ऐसे में शिवपाल अखिलेश के साथ खड़े होकर कार्यकर्ताओं को दिखा रहे हैं कि लाखों विवादों के बाद भी वे भतीजे के साथ खड़े हैं। अब देखने वाली बात होगी कि मुलायम के संस्कार प्रक्रिया खत्म होने बाद अखिलेश लखनऊ में भी शिवपाल को कंधे पर रखने देंगे हाथ या फिर राहें अलग हो जाएंगी।
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वहीं राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो शिवपाल मुलायम और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच सेतु का काम करते रहे हैं। इसलिए मुलायम के बाद पुराने कार्यकर्ताओं में शिवपाल की अच्छी पैठ है। ऐसे में शिवपाल अखिलेश के साथ खड़े होकर कार्यकर्ताओं को दिखा रहे हैं कि लाखों विवादों के बाद भी वे भतीजे के साथ खड़े हैं। अब देखने वाली बात होगी कि मुलायम के संस्कार प्रक्रिया खत्म होने बाद अखिलेश लखनऊ में भी शिवपाल को कंधे पर रखने देंगे हाथ या फिर राहें अलग हो जाएंगी।