आशीष विद्यार्थी एक भारतीय फिल्म कलाकार है। वह हिंदी फिल्मों के अलावा तेलुगु सिनेमा में भी नजर आतें हैं। उन्हें उनके बेहतरीन अभिनय के लिए फिल्म द्रोखला के सर्वश्रेष्ठ फिल्म फेयर के पुरुस्कार से भी नवाजा जा चुका है।
आशीष विद्यार्थी का जन्म 19 जून 1962 में कुन्नूर केरला में हुआ था। उन्हें पिता का नाम गोविन्द विद्यार्थी है जोकि एक मलयाली थिएटर आर्टिस्ट हैं। उनकी माँ रीबा विद्यार्थी जोकि एक कथक नृत्यांगना हैं।
उन्होंने अपनी शुरूआती पढ़ाई कुन्नूर केरला से की। उसके बाद वह साल 1969 में वह दिल्ली आ गए। यहाँ आ कर उन्होंने अपनी प्रारम्भिक पढ़ाई संपन्न की।उन्होंने अपने स्नातक की पढ़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिन्दू कॉलेज से संपन्न की है। उन्होंने भारतीय विद्या भवन मेहता विद्यालय में एक्टिंग और ड्रमैटिक की बारीकियां सीखीं।
उन्होंने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत कन्नड़ फिल्मों से की। फिर उसके बाद उन्हें हिंदी फिल्मों में काम करने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने हिंदी फ़िल्मी करियर की शुरुआत फिल्म बाजी और नाजायज जैसी फिल्मों में नकारत्मक भूमिका से की। आलोचकों ने उनकी इस नेगेटिव भूमिका को बेहद सराहा। उन्होंने हिंदी सिनेमा की कई हिट फिल्मों में विलेन की भूमिका अदा की, जिनमें- हसीना मान जाएगी, कहो ना प्यार है,जोड़ी नम्बर 1, जिद्दी जैसी फ़िल्में शामिल हैं।