भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या पीठ की चोट से वापसी के बाद लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। अपने दमदार परफॉर्मेंस की वजह से वह भारतीय टीम के टी20 टीम के कप्तान बनने की रेस में सबसे आगे हैं। हालांकि हार्दिक पांड्या चोट के बाद से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं। उन्होंने भारत के लिए आखिरी टेस्ट मैच सितंबर 2018 में खेला था। टीम इंडिया के लिए हार्दिक ने 11 टेस्ट मैच खेले हैं, अपने टेस्ट करियर में 532 रन बनाते हुए 17 विकेट लिए हैं। भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री का मानना है कि हार्दिक पांड्या के दोबारा भारत के लिए टेस्ट मैच खेलने की संभावना नहीं है।
रवि शास्त्री के मुताबिक बड़ौदा के इस ऑलराउंडर का शरीर अब लंबे प्रारूप को झेल नहीं पाएगा, यही कारण है कि वह फिर कभी टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल पाएंगे। उन्होंने कहा, ”उसका शरीर टेस्ट क्रिकेट के साथ ढल नहीं सकता। ये चीज स्पष्ट है।” 2016 में भारत के लिए डेब्यू करने वाले हार्दिक ने पहला टेस्ट मैच श्रीलंका के खिलाफ जुलाई 2017 में खेला था, जबकि आखिरी मैच सितंबर 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। अपने आखिरी टेस्ट में उन्होंने पहला पांच विकेट हॉल हासिल किया था।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत को गेंदबाजी ऑलराउंडर की कमी खली। मैच में टीम ने अश्विन को ड्रॉप करके चार तेज गेंदबाजों के साथ खेलने का फैसला किया, जोकि सही साबित नहीं हुआ। खिताबी मुकाबला गंवाने के बाद भारत के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष रहे सौरव गांगुली ने हार्दिक पांड्या को सफेद जर्सी में देखने की इच्छा जताई थी। उन्होंने इंडिया टूडे से कहा था, ”मुझे उम्मीद है कि हार्दिक सुन रहे हैं। मैं उन्हें टेस्ट क्रिकेट खेलते देखना चाहता हूं, खासतौर पर इन कंडीशन में।”