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  • July 27, 2024
  • Last Update July 25, 2024 2:05 pm
  • Noida

Bharat Jodo Yatra में व्यस्त नेता, फंड की कमी से जूझी कांग्रेस; ऐसे गंवाया मुनूगोड़े का गढ़

Bharat Jodo Yatra में व्यस्त नेता, फंड की कमी से जूझी कांग्रेस; ऐसे गंवाया मुनूगोड़े का गढ़

तेलंगाना में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) ने मुनूगोड़े विधानसभा सीट के उपचुनाव में जीत हासिल की है। टीआरएस उम्मीदवार कुसुकुंतला प्रभाकर रेड्डी ने भाजपा के अपने निकटम प्रतिद्वंद्वी कोमातीरेड्डी राजगोपाल रेड्डी को 10 हजार से अधिक मतों से हरा दिया। राज्य के मंत्री व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के बेटे के. टी. रामाराव ने ट्वीट किया, ‘टीआरएस पार्टी और मुख्यमंत्री चंद्रशेखर के नेतृत्व में विश्वास व्यक्त करने के लिए मुनूगोड़े के लोगों को धन्यवाद। वादे के अनुसार हम इस निर्वाचन क्षेत्र में लंबित कार्यों की शीघ्र प्रगति की दिशा में काम करेंगे।’

अगस्त में कांग्रेस विधायक कोमातीरेड्डी राज गोपाल रेड्डी के पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ी। कांग्रेस प्रत्याशी का इस उपचुनाव में हराना पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। एक समय तेलंगाना कांग्रेस के लिए राजनीतिक ताकत के तौर पर काफी अहम हुआ करता था। 2004 और 2009 में कांग्रेस के केंद्र की सत्ता पर काबिज होने में इस राज्य ने बड़ी मदद की थी।

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तेलंगाना में लगातार कमजोर होती गई कांग्रेस
कांग्रेस की पूर्व प्रमुख सोनिया गांधी को अक्सर तेलंगाना के गठन का श्रेय दिया जाता रहा है। इसके बावजूद पार्टी इससे राजनीतिक लाभ हासिल करने में असमर्थ रही। मालूम हो कि 2014 में आंध्र प्रदेश से अलग होकर तेलंगाना अस्तित्व में आया। माना जाता है कि राज्य के टूटने और हैदराबाद के बंटवारे से आंध्र प्रदेश के लोग खुश नहीं थे। इसका नुकसान राज्य में कांग्रेस को साफ तौर पर हुआ।

 

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