Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच साल की शुरुआत से चल रहे युद्ध की वजह से भयंकर तबाही मच रही है। यूक्रेन के विभिन्न शहरों को रूस ने ईरानी ड्रोन और मिसाइल अटैक्स से बर्बाद कर दिया है। हालात भयावह हो गए हैं। ओडेसा में रूस ने ईरानी ड्रोन से ताजा हमला किया। इसके चलते लगभग 15 लाख लोगों के घरों से बिजली चली गई। ये लोग अंधेरे में रहने के लिए मजबूर हो गए हैं। रूस ने ओडेसा के दो पावर ग्रिड्स को निशाना बनाया है इसके लिए उसने ईरानी ड्रोन का इस्तेमाल किया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने रात में बनाए वीडियो के जरिए कहा, ”ओडेसा में स्थिति बहुत कठिन है।”
उन्होंने कहा, ”दुर्भाग्य से ड्रोन ने काफी गंभीर रूप से हिट किया, इसकी वजह से बिजली सेवा को बहाल करने में समय लग रहा है। यह सिर्फ कुछ घंटों में ठीक नहीं हो जाएगा, बल्कि कुछ दिन लगेंगे।” बता दें कि अक्टूबर महीने से ही रूस यूक्रेन में पावर इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बना रहा है और ड्रोन व मिसाइलों के जरिए से कई ठिकानों को टारगेट कर रहा है। जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन के पावर सिस्टम को बहाल करने में मदद के लिए नॉर्वे 100 मिलियन डॉलर भेज रहा था।
ओडेसा के क्षेत्रीय प्रशासन के प्रवक्ता सेर्ही ब्राचुक ने कहा कि शहर की आबादी के लिए बिजली आने वाले दिनों में बहाल कर दी जाएगी, जबकि नेटवर्क की पूरी बहाली में दो से तीन महीने लग सकता है। ब्राचुक ने कहा, “इलाके में अधिकारियों के एक भी प्रतिनिधि ने ओडेसा और क्षेत्र के निवासियों को निकालने के लिए कोई भी सलाह नहीं दी।” 24 फरवरी को शुरू हुए रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध से पहले ओडेसा में 10 लाख से ज्यादा निवासी थे। कीव का कहना है कि रूस ने यूक्रेन में निशाने पर ईरानी निर्मित 136 ड्रोन लॉन्च किए हैं, जिससे भीषण तबाही मची है। वहीं, रूस का कहना है कि उसके हमले सैन्य रूप से लीगल हैं और यह नागरिकों को टारगेट नहीं करके किए जा रहे हैं।
Twitter से महिलाओं को चुन-चुनकर निकाला? एलन मस्क के खिलाफ केस दर्ज, बढ़ेंगी मुश्किलें
यूक्रेन के अभियोजक जनरल के कार्यालय ने कहा कि ओडेसा क्षेत्र में दो बिजली सुविधाओं को ईरानी ड्रोन ने निशाना बनाया। यूक्रेन के सशस्त्र बलों ने फेसबुक पर कहा कि ओडेसा और मायकोलाइव के दक्षिणी क्षेत्रों में लक्ष्य के खिलाफ 15 ड्रोन लॉन्च किए गए थे और 10 को मार गिराया गया था। वहीं, तेहरान ने मॉस्को को ड्रोन की सप्लाई किए जाने के दावे से इनकार किया है। हालांकि, कीव और उसके पश्चिमी सहयोगी कहते रहे हैं कि यह झूठ है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि उसका मानना है कि आने वाले महीनों में रूस के लिए ईरान का सैन्य समर्थन बढ़ने की संभावना है, जिसमें बैलिस्टिक मिसाइलों की संभावित डिलीवरी भी शामिल है।