Uzra zeya and Dalai Lama meeting: अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच बीजिंग ने जो बाइडेन प्रशासन के शीर्ष अधिकारी उजरा जेया और तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा की बैठक का विरोध किया है। बैठक पर कड़ी आपत्ति जताते हुए चीन ने कहा है कि अमेरिका, तिब्बत से संबंधित मुद्दों की आड़ में देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बंद करे।
इस मामले में भारत में चीनी दूतावास के प्रवक्ता वांग जियाओजियान ने ट्वीट करते हुए कहा, “अमेरिका को चाहिए कि वह शिजांग को चीन के हिस्से के रूप में स्वीकार करने की अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान करे। उसे शिजांग के बहाने चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करना चाहिए। अमेरिका को चाहिए कि वह दलाई गुट की चीन विरोधी अलगाववादी गतिविधियों को किसी भी तरह का समर्थन न दे।
चीन का आंतरिक मामला
उन्होंने कहा, “शिजांग पूरी तरह से चीन का आंतरिक मामले है और इस संबंध में किसी भी बाहरी ताकत को हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है।” बता दें हाल ही में उजरा जेया ने भारत के दौरा किया था। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने दलाई लामा से मुलाकात की थी।
चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने आगे कहा कि तिब्बत मुद्दे पर उजरा जेया का हस्तक्षेप चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप और तिब्बत के विकास और उसे कमजोर करने के लिए एक राजनीतिक षड़यंत्र है। चीन इस तरह की गतिविधियों का कड़ा विरोध करता रहा है।
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राजनीतिक निर्वासन हैं दलाई लामा
वांग ने कहा, “14वें दलाई लामा सिर्फ एक धार्मिक व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि एक राजनीतिक निर्वासन शख्स भी हैं जो लंबे समय से चीन विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं और शिजांग को चीन से अलग करने का प्रयास कर रहे हैं।”
भारत और बांग्लादेश की यात्रा पर जेया
गौरतलब है कि जेया 8 से 14 जुलाई तक भारत और बांग्लादेश की 7 दिवसीय यात्रा पर हैं। जेया के साथ अमेरिका के सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू भी मौजूद रहेंगे। बता दें कि जेया को दिसंबर 2021 में तिब्बती मुद्दों के लिए स्पेशल कॉर्डिनेटर नियुक्त किया गया था।