सनातन धर्म को लेकर जारी विवाद में अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शिवराज सिंह का नाम भी जुड़ गया है. सनातन धर्म को लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे उधयनिधि स्टालिन के दिए पर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि तमिलनाडु के मंत्री ने हमारी आस्था को चोट पहुंचाई है.
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह लोगों का गुस्सा है. सनातन धर्म का अपमान किया गया और इसे डेंगू और मलेरिया कहा गया। एमपी के लोग सनातन धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे… इंडी एलायंस को समझना होगा कि उन्होंने हमारी आस्था को ठेस पहुंचाई है.” इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एमपी के लोग गुस्से में हैं और वे (भारत गठबंधन) डरे हुए हैं…इसलिए उन्होंने अपनी रैली रद्द कर दी…”,
वहीं सनातन धर्म विवाद पर कांग्रेस महासचिव और सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला का कहना है कि सनातन और कुछ नहीं बल्कि इस देश के लोग हैं…सनातन धर्म हमेशा से रहा है और आगे भी रहेगा हम रहें ना रहें ,लेकिन सनातन रहेगा.
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बता दें कि हाल ही में उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू , मलेरिया और कोरोना जैसी बीमारियों से करते हुए लोगों से से इसे उखाड़ फेंकने का आह्वान किया था. उनके इस बयान के बाद विवाद हो गया और बीजेपी नेताओं ने उदयनिधि की कड़ी आलोचना की. वहीं, इंडिया गठबंधन में शामिल अन्य राजनीतिक दलों ने उनके बयान से किनारा कर लिया. हालांकि, उदयनिधि ने अपने बयान पर कायम रहते हुए कहा कि मैंने केवल सनातन धर्म की आलोचना की है कि सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए और ये बात मैं लगातार कहूंगा.