प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की फोन वार्ता के बाद अब अमेरिका का भी बयान आया है। अमेरिका ने बातचीत का स्वागत किया है। पीएम मोदी ने शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर बात की और अपने इस आह्वान को दोहराया कि यूक्रेन संकट हल करने के लिए बातचीत और कूटनीति ‘‘एकमात्र रास्ता’’ है। अमेरिका ने पीएम मोदी के आह्वान का स्वागत किया।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत ने कहा, “हम पीएम मोदी के कहे शब्दों का स्वागत करते हैं। जब वे हकीकत बनेंगे तो उन टिप्पणियों का स्वागत करेंगे। रूस के साथ संबंधों पर अन्य देश भी अपना निर्णय लेंगे। हम युद्ध के प्रभावों को कम करने के लिए सहयोगियों के साथ समन्वय करना जारी रखेंगे।” पटेल ने ये टिप्पणी रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर भारत की स्थिति और जंग को खत्म करने के लिए पीएम मोदी के आह्वान पर एक सवाल के जवाब में की।
इससे पहले भारत-रूस के नेताओं ने इसके साथ ही ऊर्जा, व्यापार और रक्षा के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा भी की। रूस के एक बयान में कहा गया है कि पुतिन ने ‘‘मोदी के अनुरोध पर यूक्रेन को लेकर रूस के रुख का बुनियादी आकलन’’ पेश किया। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को जी-20 की भारत की मौजूदा अध्यक्षता के बारे में जानकारी दी और इसकी प्रमुख प्राथमिकताओं पर प्रकाश डाला।
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यह इस साल दोनों नेताओं के बीच पांचवीं टेलीफोन वार्ता थी। दोनों नेताओं ने 24 फरवरी, दो मार्च, सात मार्च और एक जुलाई को फोन पर बातचीत की। मोदी और पुतिन ने गत 16 सितंबर को उज्बेकिस्तान के समरकंद में एक द्विपक्षीय बैठक की थी, जिस दौरान प्रधानमंत्री ने उनसे कहा था कि ‘‘आज का युग युद्ध का नहीं है’’ और उन्होंने रूसी नेता को संघर्ष को समाप्त करने के लिए प्रेरित किया था।