फिल्म डायरेक्टर Vivek Agnihotri ने मंगलवार को दिल्ली हाई कोर्ट से माफी मांग ली है। विवेक ने जस्टिस एस मुरलीधर के भीमा कोरेगांव दंगा मामले में एक्टिविस्ट गौतम नवलखा को जमानत दिए जाने की निंदा की थी। अब उन्होंने अपनी उस टिप्पणी के लिए माफी मांगी है। विवेक अग्निहोत्री का माफीनामा इस साल हाई कोर्ट के विवेक व अन्य लोगों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई के फैसले के बाद आया है।
कैसे शुरु हुआ था पूरा मामला?
जस्टिस मुरलीधर तब दिल्ली हाई कोर्ट के जज थे, और अब वह ओडिशा हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस हैं। केस तब शुरु हुआ जब अग्निहोत्री समेत कुछ लोगो ने दिल्ली हाई कोर्ट में नवलखा मामले पर आए जस्टिस मुरलीधर के फैसले को बायस बताया। मंगलवार को विवेक अग्निहोत्री ने जस्टिस सिद्धार्थ मृदुल और तलवंत सिंह की बेंच के सामने अपने बयान के लिए बिना शर्त माफी का हलफनामा दिया।
कोर्ट ने कहा सामने आकर मांगें माफी
हालांकि कोर्ट ने इस मामले में उनसे समक्ष आकर माफी मांगने को कहा है। कोर्ट ने कहा, ‘हम उनसे (अग्निहोत्री से) मौजूद रहने को कहा है क्योंकि उन्होंने कोर्ट के फैसले की अवमानना की है। अगर उन्हें पर्सनली आकर खेद प्रकट करना है तो उन्हें इसमें कोई परेशानी है? पछतावा हमेशा एक हलफनामे के जरिए प्रकट नहीं किया जा सकता है।’